ब्रेकिंग
दिल्ली सीमा पर डटे किसानों को हटाने पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, CJI बोले- बात करके पूरा हो सकता है मकसद UP के अगले विधानसभा चुनाव में ओवैसी-केजरीवाल बिगाड़ सकते हैं विपक्ष का गणित सावधान! CM योगी का बदला मिजाज, अब कार से करेंगे किसी भी जिले का औचक निरीक्षण संसद का शीतकालीन सत्र नहीं चलाने पर भड़की प्रियंका गांधी पाक सेना ने राजौरी मे अग्रिम चौकियों पर गोलीबारी की संत बाबा राम सिंह की मौत पर कमलनाथ बोले- पता नहीं मोदी सरकार नींद से कब जागेगी गृह मंत्री के विरोध में उतरे पूर्व सांसद कंकर मुंजारे गिरफ्तार, फर्जी नक्सली मुठभेड़ को लेकर तनाव मोबाइल लूटने आए बदमाश को मेडिकल की छात्रा ने बड़ी बहादुरी से पकड़ा कांग्रेस बोलीं- जुबान पर आ ही गया सच, कमलनाथ सरकार गिराने में देश के PM का ही हाथ EC का कमलनाथ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश, चुनाव में पैसे के गलत इस्तेमाल का आरोप

राष्‍ट्रपति कोविंद से मिलेंगे विपक्ष के नेता, चर्चा का मुद्दा होगा किसान आंदोलन

नई दिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध की लहर देश में फैली हुई है। केंद्र के साथ किसान नेताओं के वार्ता का दौर जारी है।  इस क्रम में बुधवार को विपक्षी नेताओं का एक दल राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) से मुलाकात करेगा। इन विपक्षी नेताओं में शरद पवार (Sharad Pawar) , सीताराम येचुरी (Sitaram Yechuri), राहुल गांधी (Rahul Gandhi) भी शामिल हैं। इन्‍होंने  किसान आंदोलन को लेकर उनसे मिलने का समय मांगा था।

बता दें कि आज किसानों के आंदोलन का चौदहवां दिन है और आज केंद्र के साथ किसान नेताओं के छठे राउंड की वार्ता होने वाली थी जिसे टाल दिया गया है। दरअसल, सरकार की ओर से आज किसानों को लिखित प्रस्‍ताव दिया जाएगा जिसपर वे विचार करेंगे।

सीपीआई(एम) नेता सीताराम येचुरी ने बताया था कि विपक्षी दलों का एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल बुधवार शाम 5 बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलेगा। उन्होंने कहा,’प्रतिनिधिमंडल में राहुल गांधी, शरद पवार और अन्य शामिल होंगे। COVID-19 प्रोटोकॉल के कारण केवल 5 लोगों को मिलने की अनुमति दी गई है।’

राष्ट्रपति कोविंद से मिलने से पहले ये सभी विपक्षी दल के नेता कृषि कानूनों पर एकसमान रुख तैयार करेंगे। इस मुलकात के लिए विपक्षी दलों में एनसीपी, कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सिस्ट) कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माले), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई), द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) और तृणमूल कांग्रेस शामिल हैं। इस सभी दलों ने किसानों के ‘भारत बंद’ का समर्थन किया था।

8 दिसंबर को भारत बंद की मियाद खत्‍म होने के बाद गृहमंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने भी किसान नेताओं से मुलाकात की लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है। गृहमंत्री के साथ हुई बैठक के बाद मंगलवार देर रात अख‍िल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मुल्ला ने बताया कि कि बुधवार को सरकार और किसानों के बीच होने वाली छठे राउंड की वार्ता को रद कर दिया है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.