निकिता मर्डर में SIT ने रिकॉर्ड समय में दाखिल की चार्जशीट, लव जिहाद के एंगल को नहीं किया शामिल
फरीदाबाद। दिल्ली से सटे बल्लभगढ़ में हुए कॉलेज छात्र निकिता तोमर हत्या मामले में शुक्रवार को विशेष जांच दल (Special Investigation Team) ने स्थानीय अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है। एसआइटी द्वारा कोर्ट में दाखिल 700 पेज की चार्जशीट में 60 लोगों को इस हत्याकांड में गवाह बनाया गया है। इसमें काबिलेतारीफ यह है कि एसआइटी रिकॉर्ड समय (मात्र 11 दिन) में चार्जशीट को तैयार कर इसे कोर्ट में दाखिल किया है। चार्जशीट में लव जिहाद के एंगल को पुलिस ने शामिल नहीं किया है। इसके लिए तौशीफ़ और निकिता के मोबाइल फोन जांच के लिए भेजे गए हैं। अगर लव जिहाद की कोई बात सामने आएगी तो पूरक चार्जशीट पेश की जाएगी।
आरोपित किसी भी स्थिति में न बच पाएं इसलिए चार्जशीट को डिजिटल, फोरेंसिक एवं मेटेरियल एविडेंस के आधार पर अनुभवी अनुसंधान अधिकारियों द्वारा तैयार किया गया है। इसके बाद फरीदाबाद पुलिस आयुक्त ओपी सिंह बारीकी से अवलोकन किया। इतना ही नहींं इसके बाद वरिष्ठ कानूनी विशेषज्ञों द्वारा केस के हर लीगल पहलुओं की गहराई से स्क्रूटनी की गई। बतया जा रहा है कि डिजिटल और फॉरेंसिक साइंस एविडेंस और चश्मदीद गवाह व अन्य पुख्ता सबूत के आधार पर आरोपियों को शीघ्र कड़ी सजा दिलवाई जाएगी।
यहां पर बता दें कि 26 अक्टूबर की शाम को परीक्षा देकर अपनी सहेली के साथ घर लौट रही कॉलेज छात्रा निकिता को अग्रवाल कॉलेज के गेट के बाहर मुख्य आरोपी तौसीफ ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस वारदात को अंजाम देने में उसका साथी रेहान भी शामिल था। दोनों आरोपी वारदात को अंजाम देकर कार से फरार हो गए थे। यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद है।
बताया जा रहा है कि हत्याकांड के इस मुक़दमे में पहले केवल हत्या की धारा लगी थी। एसआइटी ने जांच के दौरान इसमें हत्या के लिए अपहरण, शादी लिए दबाव डालना व साजिश की धाराएृ भी जोड़ीं हैं।
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