अजीत पवार ने नकारी मंत्रियों के बंगलों के नवीनीकरण पर 90 करोड़ खर्च होने की बात, रिपोर्ट को बताया गलत
मुंबई। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार का कहना है कि कोरोना काल में मंत्रियों के बंगलों के नवीनीकरण पर 90 करोड़ रुपये खर्च होने की रिपोर्ट सही नहीं है। मुझे नहीं पता कि उन्हें यह आंकड़ा कहां से मिला है। संबंधित विभाग के अनुसार, खर्च का डेटा अभी तक अपडेट नहीं किया गया है।
राज्य में कोरोना संकट ने राज्य के खजाने पर भारी वित्तीय दबाव डाला है जबकि राज्य सरकार ने कई विकास कार्यों में कटौती की है, दूसरी ओर, यह पता चला है कि इसी काल में मंत्रियों के बंगलों की मरम्मत पर करोड़ों रुपये बर्बाद हो गए हैं। पिछले एक साल में इन मंत्रियों के बंगलों पर 90 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने इस मुद्दे पर ध्यान आकर्षित किया। उसके बाद, मीडिया से बात करते हुए, दरेकर ने इस मुद्दे पर ठाकरे सरकार की कड़ी आलोचना की। दरेकर का कहना है कि किसी आपातस्थिति में क्या खर्च करना है, क्या यह आप नहीं जानते? आपको इस बात से अवगत होना चाहिए कि आप किस चीज को प्राथमिकता देना चाहते हैं।
किस मंत्री के बंगले परे खर्च हुआ कितना धन
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के वर्षा बंगले के लिए 3 करोड़ 26 लाख, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की देवगिरी बंगले के लिए 1 करोड़ 78 लाख, पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे के सतपुडा बंगले की मरम्मत के लिए 1 करोड़ 33 लाख, राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट के स्टोन रॉयल के लिए 2 करोड़ 26 लाख रुपये। मंत्री अशोक चव्हाण के मेघदूत बंगले पर 1 करोड़ 46 लाख, सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे के चित्रकूट बंगले पर 3 करोड़ 89 लाख, उद्योग मंत्री सुभाष देसाई की शिवनेरी बंगले पर 1 करोड़ 44 लाख, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल के रामटेक बंगले पर 1 करोड़ 67 लाख रुपये। खर्च हो चुके हैं।
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