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25 साल के दलित ने पार्टी का खाना टच किया तो उच्च जाति के लोगों ने लाठी डंडों से पीट-पीटकर ले ली जान

छतरपुर: सरकारी कागजों में भले ही सभी जातियों को एक समान बताया गया है और जाति को लेकर भेदभाव करने वालों के खिलाफ कानून बने हों लेकिन समानता के इस अधिकार के बिल्कुल विपरीत दलितों पर अत्याचार कम नहीं हो पा रहे। छतरपुर के बुंदेलखंड इलाके में एक दलित को पीटपीट कर मौत के घाट इसलिए उतार दिया गया क्योंकि उसने पार्टी में खाना छू दिया था।

इंसानियत को शर्मसार करता ये मामला छतरपुर जिले के किशनपुर गांव का है। जहां एक ऊंची जाति की पार्टी चल रही थी। इस दौरान 25 वर्षीय दलित युवक ने पार्टी का खाना टच कर दिया जिससे भड़के लोगों ने उन्हें लाठियों से पीट पीटकर मौत के घाट उतार दिया। बताया जा रहा है कि दोनों दलितों को पार्टी में साफ सफाई के लिए बुलाया था।

बताया जा रहा है कि आरोपी भूरा सोनी और संतोष पाल ने 25 वर्षीय देवराज अनुरागी को पार्टी में साफ सफाई के लिए बुलाया था। पार्टी चल रही थी दोनों आरोपी शराब के नशे से धुत थे। देवराज अनुरागी पार्टी के दौरान अपने लिए खाना निकालने लगा तो तब सोनी और पाल से उसे निम्न जाति का बताकर गाली गलौज करने लगे और लाठी-डंडे से तब तक पीटते रहे जब तक उसकी जान नहीं निकल गई। वारदात के बाद भूरा सोनी और संतोष पाल फरार हो गए।

पुलिस ने दोनों के खिलाफ हत्या और एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। वहीं, छत्तरपुर एसपी सचिन शर्मा ने कहा है कि आरोपी छोटे किसान हैं। भूरा के खिलाफ पहले भी कई अपराध दर्ज है। पुलिस ने युवक के शव को कब्जे में लेकर पीएम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। अब देखने की बात यह होगी कि क्या दलित परिवार के साथ इंसाफ होगा या यह केस भी सरकारी फाइलों में दबकर रह जाएगा।

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