अर्घ्यदान करने लगे व्रती, घाटों पर दिख रहा विहंगम दृश्य
पटना।लोक आस्था के पर्व पर बिहार में हर ओर छठी मइया के गीत गूंज रहे हैं। शनिवार को सूर्यादय के साथ ही राज्य के अलग-अलग जिलों में अर्घ्यदान शुरू हो गया है। घाटों के साथ घरों में भी लोग भगवान भास्कर का दर्शन कर अर्घ्य दे रहे हैं। घाटों पर बड़ी संख्या में व्रती जुट गए हैं। नई सुबह के प्रतीक भगवान सूर्य की उपासना में हर कोई लीन दिख रहा है। अर्घ्य देने के बाद घाट या घर पर पारण कर श्रद्धालु व्रत पूर्ण करेंगे। इसी के साथ चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन हो जाएगा।
यहां देखें छठ पूजा- 2020 का अपडेट्स-
06:54 बजे- बिहार में अर्घ्यदान शुरू हो गया है। अभी भी श्रद्धालुओं का गंगा घाट पर आने का सिलसिला जारी है। जो व्रती अर्घ्य दे चुके हैं वे घरों की ओर वापस लौटने लगे हैं। महिला-पुरुषों के साथ वृद्धजनों और बच्चों का जुटान घाटों के किनारे देखा जा रहा है
06:44 बजे- भगवान सूर्य ने श्रद्धालुओं को दर्शन दे दिया है। इसी के साथ बिहार के अलग-अलग जिलों में अर्घ्यदान शुरू हो गया है। व्रती भगवान भास्कर का दर्शन कर अर्घ्य दे रहे हैं। घाटों की सजावट से छठ पर नजारा विहंगम हो गया है।
06:00 बजे- कुछ ही देर में उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। बिहार के अलग-अलग शहरों में घाट किनारे बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच गए हैं। सूर्य भगवाव के दर्शन के लिए सभी कतारों में खड़े हो गए हैं। सभी को अब भगवान भास्कर के दर्शन का इंतजार है।
05:50 बजे- अर्घ्य देने का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है बिहार में अतिशबाजी शुरू हो गई है। लोग पटाखे फोड़ रहे हैं। साथ ही दीये भी जलाए जा रहे हैं। व्रती जो घर में ही छठ कर रहे हैं वहां भी उत्साह देखने को मिल रहा है।
05:40 बजे- पटना के दानापुर में लोक आस्था के महापर्व में अनेकों रूप देखने को मिल रहे हैं। नगर के सुल्तानपुर में कोरोना संक्रमण को लेकर घाट किनारे न जाकर श्रद्धालुओं ने बीच सड़क पर भगवान भास्कर की प्रतिमा रख अर्घ्य देने की व्यवस्था कर ली है।
05:26 बजे- शिवहर में श्रद्धालुओं ने छठ के लिए घाटों को दीपों से सजा दिया है। घाट की ओर नजर डालने पर दीपोत्वस सा नजारा दिख रहा है। धीरे-धीरे दीयों की संख्या बढ़ती जा रही है। बड़ी संख्या में लोग अर्घ्य देने के लिए पहुंच रहे हैं।
राज्य के प्रमुख शहरों में सूर्योदय का समय
शहर सूर्योदय
पटना 06:11
गया 06:11
भागलपुर 06:03
पूर्णिया 06:02
किशनगंज 06:06
मुंगेर 06:06
मोतिहारी 06:14
बेतिया 06: 16
लखीसराय 06:07
मधेपुरा 06:05
कटिहार 06:07
जमुई 06 :06
अररिया 06:03
05:11 बजे- गया के खरखुरा में छठ को लेकर विशेष सजावट की गई है। सड़क के दोनों ओर दीप जलाए गए हैं और गुब्बारे लगाए गए हैं। ये कार्य स्थानीय लोगों और व्रतियों के द्वारा किया गया है। सजावट से इलाके का नजारा अद्भुत दिख रहा है।
05:01 बजे- छठ को लेकर घाटों का माहौल देखते ही बन रहा है। लाइटों से अंधेरे में भी दिन जैसा नजारा दिख रहा है। अर्घ्य देने के लिए पहुंचे व्रतियों ने घाट सेवा शुरू कर दी है। पटना से लेकर बिहार के हर जिले में ऐसा ही माहौल है।
04:44 बजे- रक्सौल में शुक्रवार की देर रात से घाटों पर कोशी पूजा का कार्यक्रम शुरू कर दिया गया, जो शनिवार को भी जारी है। बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए हैं। व्रतियों के लिए गंगा घाट पर विशेष व्यवस्था की गई। साथ ही घाट तक आने के लिए भी प्रबंध किया गया है।
04:10 बजे- छठ को लेकर व्रती तैयार हो गए हैं। आखिरी दिन आज उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इसी के साथ लोक आस्था के पर्व की समाप्ती होगी। इसको लेकर राजधानी पटना की सड़कों पर चहल-पहल बढ़ गई है।
06:30 बजे – कलेक्ट्रेट और महेंद्रूघाट पर व्रतियों की भीड़ उमड़ पड़ी। 800 मीटर लंबा गंगा पाट छोटा पड़ गया। ढ़ाई गज की दूरी बनाकर अर्घ्य देना संभव नहीं हो पाया। मुख्य सड़क से एक से डेढ़ किमी दूरी पर गंगा थी।
06:25 बजे – प्रदेश के ज्यादातर शहरों और गांवों में छठ व्रती भगवान सूर्य को पहला अर्घ्य देने के बाद अब अपने घर लौट रहे हैं। हालांकि कई जगह व्रती पूरी रात घाट पर ही रहेंगे। स्थानीय परंपराओं के अनुसार कई जगह व्रती छठ का दूसरा अर्घ्य देने के बाद ही घर लौटेंगे।
06:15 बजे – छठ व्रत के लिए व्रतियों का उत्साह देखते ही बन रहा है। औरंगाबाद से आई एक तस्वीर में दिख रहा है कि व्रतियों ने घाट पर पहुंचने के लिए चचरी का पतला सा पुल बना लिया है। हालांकि इस पुल से पार करने में खतरा भी दिख रहा है।
06:00 बजे – अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के साथ व्रतियों का छठ घाट से घर लौटना शुरू हो गया है। पूरे बिहार में जबर्दस्त उत्साह के साथ भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य दिया गया। इस दौरान कहीं लोगों ने कोरोना के प्रति जागरुकता दिखाई तो कहीं व्रती पूरी तरह लापरवाह दिखे।
05:45 बजे – उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद और रेणु देवी ने भी छठ में भगवान सूर्य की उपासना की। तार किशोर प्रसाद कटिहार में बीएमपी छठ घाट पर पूजा में शामिल हुए, जबकि रेणु देवी ने पटना स्थित आवास पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया।
05:35 बजे – मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी अपने आवास पर छठ पूजा में शामिल हुए। एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री निवास पर नीतीश कुमार के स्वजन छठ का व्रत कर रहे हैं। कटिहार में उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद के घर भी छठ का व्रत हो रहा है।
05:10 बजे – अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ अब छठ व्रत का तीसरा महत्वपूर्ण अनुष्ठान्न संपन्न होने वाला है। पूरे प्रदेश से छठ को लेकर उत्साह और आस्था की तस्वीरें आ रही हैं। इस बार वीआइपी व्रतियों ने ज्यादातर अपने घर में ही व्रत किया है।
04:50 बजे – कोरोना संक्रमण के डर के कारण इस बार पटना के गंगा घाटों पर अपेक्षाकृत कम भीड़ है। लेकिन तालाबों और छोटे पार्कों में रौनक ज्यादा है। राजधानी के एजी कॉलोनी पार्क में आकर्षक लाइटिंग और साज-सज्जा के बीच बनाये गये अस्थायी तालाब में व्रती अर्घ्य दे रहे हैं।
04:38 बजे – गाजे-बाजे के साथ छठव्रती गंगा घाटों पर पहुंच रहे हैं। खासकर वैसे छठव्रती जिन्होंने मन्नत मांग रखी है, वे काफी धूमधाम के साथ अर्घ्य के लिए घाट पर पहुंच रहे हैं।
04: 17 बजे- अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए बिहार के अलग-अलग जिलों में श्रद्धालुओं का घाटों पर जुटान होने लगा है। पटना में प्रशासन मुस्तैद है। माइक से एनाउंस कर शारीरिक दूरी का पालन करने की अपील की जा रही है। मास्क न होने पर रुमाल या कपड़े से मुंह ढंकने की हिदायत दी जा रही है।
03: 47 बजे– नवादा में छठ व्रती घाट की ओर रवाना होने लगे हैं। सड़कों की साफ-सफाई का काम भी चल रहा है। नवादा नगर क्षेत्र के विभिन्न मोहल्लों में स्वयंसेवी युवा सड़कों को चकाचक कर रहे हैं। अपने अपने हाथों में झाड़ू लेकर युवा सड़कों पर उतर गए हैं। झाड़ू देने के बाद पानी से सड़कों को धोया जा रहा है। साथ ही चूना डालने का काम चल रहा है।
03: 22 बजे– बिहार की राजधानी पटना के विभिन्न घाटों पर लोगों का जुटान होने लगा है। इस साल पहले के मुकाबले श्रद्धालु नहीं जुट रहे हैं। इस बीच कोरोना को लेकर कुछ लोग जागरूकता दिखा रहे हैं। घाट किनारे लोगों को मास्क बांट रहे हैं।
02: 45 बजे– बिहार की राजधानी पटना के दीघा घाट में श्रद्धालुओं का जुटान होने लगा है। अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए लोग घरों से निकलने लगे हैं। इस दौरान अधिकतक लोग घाटों तक नंगे पैर ही पहुंच रहे हैं। राजधानी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
01: 55 बजे – अब घरो से सूप में छठी मइया के प्रसाद सजाकर दउरा को सिर पर रखकर घाटों की ओर लोग निकलने लगे हैं। मन्नत वाले लोग पूरे रास्ते दंड प्रणाम करते हुए छठ घाट पहुंचते हैं। महिलाएं भी इस तरह दंड प्रणाम करते हुए छठ घाट पहुंचती हैं। पूरे रास्ते जमीन पर लेटकर हाथ में एक डंडे से लकीर खींचती हैं, फिर इस लकीर पर खड़ा होकर आगे बढ़ती हैं। पूरे रास्ते इस तरह से दूरी तय कर घाट पहुंचकर पूजा करती हैं।
01 : 44 बजे – कांंग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने छठ महापर्व के अवसर पर ट्विटर पर समस्त देशवासियों, विशेष कर बिहार व देश के हर कोने में बिहारवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा है कि डूबते सूय्र की पूजा के पश्चात उदीयमान सूर्य की पूजा हमारी सर्वोच्च आस्था एवं गौरवशाली परंपरा की एक ऐसी मिसाल है जो भारत के अद्भूत संस्कृति को प्रकट करता है।
01: 30 बजे- राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने ट्वीटर पर अपने दोनों बेटों तेज प्रताय यादव और तेजस्वी यादव और पत्नी राबड़ी के साथ पटना में छठ की पूजा करते हुए पुरानी तस्वीर शेयर करते हुए सबको लोकआस्था के महापर्व की शुभाकामनाएं दी है। कहा है कि छठी मैया से प्रार्थना करता हूं कि आपकी हर मनोकामना पूर्ण कर आपको सुख, शांति, समृद्धि , प्रसिद्धि और प्रेम प्रदान करें।
बता दें कि पहले राबड़ी देवी काफी धूम-धाम से छठ पर्व करती थीं। पिछले कुछ सालों से छठ में उनके घर अब सन्नाटा रहता है।
01:25 बजे – छठ महापर्व पर प्रशासन की ओर से कोरोना को लेकर सतर्कता का संदेश देना पटना में कारगर साबित हो रहा है। जो लोग गंगा किनारे जाते थे, इस बार घर के लाॅन, अथवा छत पर ही छठ मना रहे हैं। त्योहार के अवसर पर छठ पर श्रद्धालुओं की छत भी गुलजार है। राजधानी में शुक्रवार की सुबह से ही घर में प्रसाद बनाने का सिलसिला जारी है।
01: 15 बजे – पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी की सातवीं बेटी राजलक्ष्मी यादव ने ट्वीटर पर पटना में अपने घर होनेवाले छठ की पुरानी तस्वीर शेयर का छठ महापर्व की शुभकामनाएं दी है।
01: 07 बजे – केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह शुक्रवार को लखीसराय के बड़हिया में अपने पैतृक गांव पहुंचे। बड़हिया के कॉलेज गंगा घाट, खाक चौक घाट, बड़की पोखर आदि छठ घाटों का निरीक्षण किया।
12: 22 बजे – लोक आस्था के महापर्व छठ के मौके पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने राज्य की जनता और छठव्रतियों को शुभकामनाएं दी हैं। मंत्री ने कहा कि भगवान भास्कर बिहार को और समृद्धि और गौरव प्रदान करें। उन्होंने कहा कि लोक आस्था का यह महापर्व उल्लास, श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है और तीन दिनों तक पवित्रता का पूरा ख्याल रखा जाता है। अपनी परंपरा को अक्षुण्ण बनाये रखने की बात करते हुए उन्होंने लोगों से अपील की कि छठव्रती और श्रद्धालु सरकार के दिशा-निर्देशों का अनुपालन करते हुए अपने अपने घरों में आराधना करें और अर्घ दें।
12:05 बजे – छठ पर्व के लिए शुक्रवार को भी फलों की खरीदारी के लिए मंडियों में भारी भीड़ उमड़ी। उम्मीद थी कि अंत समय में फलों के भाव में कुछ नरमी आएगी मगर उल्टे अनार और शरीफ की कीमत में और तेजी आ गई। अनुमान के मुताबिक अंमित दिन भी थोक फल मंडी बाजार समिति में करीब 15 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है।
11: 50 बजे – बिहार के बक्सर में छठ की छटा देखने को मिल रही है। छट घाट के किनारे बनाए गए मंदिर में श्रद्धालु भगवान भास्कर का सजा-संवार रहे हैं। अर्घ्य देने के लिए घाट किनारे लोग अपनी ओर से भी साफ-सफाई करते नजर आ रहे हैं।
11: 14 बजे – पटना सदर, पटना सिटी और दानापुर अनुमंडल के सभी 206 घाटों पर पुलिस पदाधिकारियों के साथ ही जवान तैनात हैं। खतरनाक घाटों पर अतिरिक्त बल मुस्तैद दिख रहे हैं। वहीं वॉच टॉवर से निगरानी के लिए 43 जगह दो दो जवान गश्त कर रहे हैं, जबकि नदी में गश्ती के लिए नाव से 42 जवान पदाधिकारी के साथ तैनात किया गया है। एसपी, डीएसपी से लेकर सभी थानेदार भी अपने अपने क्षेत्र के घाटों पर लगातार घूम रहे हैं। हर घाट के गेट पर ट्रैफिक जवानों की भी तैनाती हुई है।
10: 40 बजे – छठ महापर्व को देखते हुए पूर्व मध्य रेल की ओर से अपने रेल क्षेत्र में चार जोड़ी मेमू स्पेशल ट्रेनों का परिचालन शुरू होनेवाला है। इससे लोकल यात्रियों के साथ ही बाहर से आने वाले यात्रियों को भी काफी फायदा होगा।
इस संबंध में पूर्व मध्य रेल के मुख्य जन संपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे की ओर से पटना-झाझा के बीच नई मेमू सेवा शुरू की जा रही है। 03213-14 झाझा-पटना-झाझा मेमू सवारी गाड़ी अपने पुराने 63207-63212 के समय सारणी से चलेगी। इसी तरह 03229- 03230 पटना डीडीयू मेमू सवारी गाड़ी, 03368-67 कटिहार-सोनपुर-कटिहार एवं 03215-16 रक्सौल पाटलिपुत्र रक्सौल अपने पुराने समय सारणी के अनुसार चलेगी। चारों जोड़ी मेमू स्पेशल ट्रेनों का परिचालन 21 नवंबर से 30 नवंबर के बीच किया जाएगा।
10: 25 बजे – पटना के कलेक्ट्रेट घाट को खूबसूरत रोशनियों से सजाया गया है।
10: 10 बजे – छठ पर आज भगवान भास्कर को अर्घ देने को सज-धज कर तैयारी छठ घाट ।
09: 20 बजे – सज-धजकर तैयार हैं पटना के विभिन्न घाट। आज दोपहर से घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगेगी। गंगा घाट के अलावा श्रद्धालु स्थानीय जलाशयों में भी खड़े होकर भगवान भास्कर को अर्घ देंगे। पठना के कंकड़बाग के शिवाजी पार्क में बने स्वीमिंग पुल की साफ-सफाई को अंतिम रुप देते कर्मचारी।
08:40 बजे – पटना के लोधीपुर में घर में ही भगवान भास्कर को अर्घ देने की तैयारी की जा रही है। टब में पानी भरकर इसमें गंगाजल डाला जाएगा और इसमें खड़ा होकर ढ़लते सूरज को अर्घ दिया जाएगा। बता दें कि भगवान भास्कर को जलाशय में खड़े होकर अर्घ देने की परंपरा है।
08:17 बजे- पटना के तालाबों में दो बजे तक डाला जाएगा गंगा जल
छठ के लिए बनाए गए स्थाई और अस्थाई तालाबों में पटना नगर निगम गंगा जल डाल रहा है। यह काम अपराह्न दो बजे तक पूरा कर लिया जाएगा। पटना नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी इसकी निगरानी कर रहे हैं।
07:55 बजे- पटना में प्रशासन व पुलिस के हेल्पलाइन नंबर जारी
छठ के दौरान लोगों की सुविधा के लिए प्रशासन व पुलिस के हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। आप भी जानिए-
जिला प्रशासन: 0612-2219234, 0612-2219810
पुलिस कंट्रोल: 100, 0612-2219142, 9470001398, 9431820411
पटना सिटी कंट्रोल: 0612-2631813
07:30 बजे- छठ में गन्ना प्रमुख फल माना जाता है। इस बार बिहार के बाजार में झारखंड और उत्तर प्रदेश से गन्ना आया है। मुलायम और रस अधिक होने के कारण उत्तर प्रदेश के गन्ना की मांग अधिक है। छठ में गन्ने की खूब बिक्री होती है। बचा हुआ गन्ना आगे देव उठान पर्व में बिक जाता है।
07: 15 बजे – छठ पर्व की भीड़ को देखते हुए राज्य के अंदर एक शहर से दूसरे शहरों में जाने के लिए रेलवे की ओर से सात इंटरसिटी एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेनों का परिचालन करने की घोषणा की गई है। यह ट्रेन 21 नवंबर से 1 दिसंबर तक चलाई जाएंगी।
इस संबंध में पूर्व मध्य रेल के मुख्य जन संपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि 05201 पाटलिपुत्र रक्सौल इंटरसिटी एक्सप्रेस 21 नवंबर से 30 नवंबर तक, 05202 रक्सौल पाटलिपुत्र एक्सप्रेस 21 नवंबर से 30 नवंबर तक, 03242-41 राजेन्द्र नगर बांका- राजेन्द्र नगर 03236-35 दानापुर साहिबगंज दानापुर 21 नवंबर तीस नवंबर तक 03234 -33 राजगीर दानापुर राजगीर इंटरसिटी, 05215 -16 मुजफ्फरपुर नरकटियागंज मुजफ्फरपुर 21 नवंबर से 30 नवंबर तक, 03205- 03206 पाटलिपुत्र सहरसा पाटलिपुत्र इंटरसिटी 05549-50 जयनगर पटना जयनगर के लिए विशेष इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन
किया गया है।
07: 00 बजे – चार दिवसीय छठ व्रत के तीसरे दिन आज अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ दिया जाएगा। गया के फल्गु नदी सहित विभिन्न सरोवर में अर्घ देने की तैयारी की गई है। जबकि जिलाप्रशासन ने सार्वजनिक जगह पर भीड न लगाने का अनुरोध किया है। लेकिन प्रशासन का आदेश आस्था के आगे फेल दिख रहा है। गांव हो या शहर सब जगह आस्था का सैलाब आज शाम घाटों पर उमड़ेगा।
शहर एवं गांव से छठ व्रती भगवान भास्कर को अर्घ देने मानपुर के ऐतिहासिक सूर्य पोखर में पहुंचते हैं। यहा चारों ओर महिलाएं सुबह-सुबह गोबर से लिपाई कर रही हैं। व्रतियों के आनेवाले मार्ग की चकाचक सफाई कर ब्लिचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है।
06: 49 बजे – बिहार में अमीर-गरीब हर वर्ग के लोग छठ पूजा में व्यस्त हैं। सड़कों पर अलसुबह से ही चहल-पहल है। सभी प्रमुख बाजारों में छठ पूजा के लिए खरीदारी जारी है। आज दोपहर बाद सभी बाजार बंद रहेंगे। सब्जी मंडी में भी रविवार से सुचारु रुप से कारोबार चलेगा।
06: 33 बजे – राजधानी स्थित शक्ति पीठ छोटी पटन देवी के आचार्य पंडित विवेक द्विवेदी ने बताया कि पौराणिक ग्रंथों के अनुसार भगवान ब्रह्मा की मानस पुत्री और सूर्यदेव की बहन के रुप में छठी मइया की पूजा की जाती है। महर्षि कात्यायन की तपस्या से प्रसन्न होकर आदिशक्ति ने पुत्री के रुप मे जगत कल्याण के लिए उनके घर जन्म लिया था / नवरात्र के मौके पर पूरी श्रद्धा से देवी कात्यायनी की पूजा होती है।
पुराणों के हवाले से आगे बताया कि ब्रह्मा ने सृष्टि रचने के लिए स्वयं को दो भागों में बांटा था। दाहिने भाग में पुरुष और बाएं भाग में प्रकृति। सृष्ठि की अधिष्ठात्री प्रकृति देवी के एक अंश को देवसेना के नाम से जाना जाता है। प्रकृति का छठा अंश होने के कारण देवी का नाम षष्ठी है। जिन्हें छठी मइया के नाम से जाना जाता है। माता का अवतार षष्ठी तिथि में हुआ था। सप्तमी तिथि को पहला सूर्योदय जगत कल्याण के लिए हुआ था।
06: 25 बजे – लोकआस्था के महापर्व छठ की महत्ता पुराण में भी वर्णित है। छठ में प्रत्यक्ष देवता सूर्य के साथ छठी मइया यानी षष्ठी माता की पूजा की जाती है। इस व्रत और पर्व की महिमा भागवत पुराण में भी वर्णित है।
पटना के महावीर मंदिर के पुजारी उमाशंकर दास ने बताया कि कार्तिक शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि देवी कात्यायनी की तिथि मानी जाती है। वहीं सप्तमी तिथि भगवान सूर्य को अतिप्रिय है। इस कारण षष्ठी और सप्तमी तिथि को छठी मइया और भगवान भास्कर की पूजा और अर्ध्य दिया जाता है।
06: 16 बजे – छठ के तीसरे दिन आज शुक्रवार को अस्ताचलगामी सूर्य को महापर्व का पहला अर्घ्य अर्पित किया जाएगा। व्रती घरों में गंगाजल का छिड़काव करेंगे। गंगाजल में ही प्रसाद के विभिन्न फल-मूल को धोकर शाम में डूबते सूर्य को गंगा में या अन्य जलाशयाें में खड़े होकर अर्घ्य देंगे।
06: 00 बजे – यदि आपने घाट पर अर्ध्य देने की तैयारी की है तो जान लें कि राजधानी में 107 घाट हैं। जिनमें से 84 घाटोे पर प्रशासन ने छठ पूजा की तैयारी की है। 24 घाटों को खतरनाक घोषित किया गया है। इनमें बुद्धा घाट, अदालत घाट, मिश्री घाट, टीएन बनर्जी घाट, जजेज घाट, अदरक घाट, वंशी घाट, जहाज घाट, अंटा घाट, सिपाही घाट, बीएन कॉलेज घाट, बालू घाट, खाजेकलां घाट, पत्थर घाट, रिकाबगंज घाट, पीर मदडि़या घाट, नंदगोला घाट, नूरुउद्दीन घाट, बुंदेल टोली घाट,दमराही घाट ,केशवराय घाट, बांस घाट, बंसी घाट आदि को खतरनाक घोषित किया गया है।
गुरुवार की देर शाम में राजधानी के कलेक्ट्रेट घाट का रोशनी से नहाया दृश्य ।
गुरुवार की शाम को कलेक्ट्रेट घाट पर मिट्टी के चूल्हें पर खरना का प्रसाद बनातीं छठ व्रती महिलाएं । खरना में प्रसाद के रुप में गाय के दूध, साठी के चावल, अदरक और गुड़ से खीर और गेहूं के आटे की रोटी बनाई जाती है।
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