देश का सबसे प्रदूषित शहर बना गाजियाबाद, हवा में सांस लेना हुआ बेहद खतरनाक
गाजियाबाद। पटाखों की बिक्री और आतिशबाजी पर रोक का अनुपालन शनिवार रात बिल्कुल नहीं हुआ। दीपावली पर गाजियाबाद में पूरी रात आतिशबाजी हुई। हर तरफ धुएं से उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद और हरियाणा के फतेहाबाद जिले संयुक्त रूप से देश में सबसे प्रदूषित शहर हो गए हैं। यहां की हवा में सांस लेना बेहद खतरनाक है। पहले से कोरोना की मार झेल रहे शहर में प्रदूषण की बेहद खतरनाक स्थिति भारी पड़ सकती है। डाक्टर मास्क पहनकर ही घर से बाहर निकलने की सलाह दे रहे हैं। हवा चलने पर ही प्रदूषण की स्थिति में सुधार के आसार हैं।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़े देखे तो शनिवार को दीपावली के दिन फतेहाबाद, जींद के बाद गाजियाबाद देश में तीसरा सबसे प्रदूषित शहर दर्ज किया गया था। दीपावली की रात जमकर आतिशबाजी हुई, जबकि आतिशबाजी और पटाखों की बिक्री पर रोक थी। जगह जगह चोरी छिपे जमकर पटाखों की बिक्री भी हुई। रविवार सुबह आठ बजे गाजियाबाद और फतेहाबाद को संयुक्त रूप से देश में सबसे प्रदूषित शहर दर्ज किया गया। यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 487 रहा। हालांकि हवाओं की वजह से शाम तक प्रदूषण के स्तर में उतार चढ़ाव हो सकता है। गाजियाबाद में धुंध छाई हुई है। लोगों की आंखों में जलन हो रही है।
बजता रहा कारों का अलार्म, सहमे रहे पशु पक्षी
आतिशबाजी से शनिवार रात वाहनों में लगे एंटी थेफ्ट अलार्म बचते रहे। वहीं, दूसरी ओर पशु पक्षी भी परेशान रहे। लोगों ने पालतू जानवरों व पक्षी को कमरे में बंद करके रखा, जिससे पटाखे की आवाज उन्हें न परेशान करे।
बिना मास्क के न लें सांस
पर्यावरण विज्ञानी जितेंद्र नागर का कहना है कि आतिशबाजी व प्रदूषण के अन्य कारकों से प्रदूषण बेहद खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है। लोग अपने घर के खिड़की दरवाजे बंद करके रखे, जिससे प्रदूषण घर में न प्रवेश करें। मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें, जिससे प्रदूषण सांसों से फेफड़े में न जाए। प्रदूषण से आंखों में जलन भी हो रही है। ऐसे में समय समय पर आंखों को साफ पानी से धोते रहें।
देश में सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों की सूची
शहर रविवार सुबह एक्यूआइ शनिवार का एक्यूआइ
गाजियाबाद 487 456
फतेहाबाद 487 471
जींद 479 459
नोेएडा 473 425
दिल्ली 468 414
हिसार 464 468
ग्रेटर नोएडा 445 389
बुलंदशहर 443 398
फरीदाबाद 443 378
गुरुग्राम 421 358
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.