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शहरों के वोटर रहे खामोश, गांवों में दिखा जोश, 94 सीटों पर करीब 54% मतदान

पटना। Bihar Election 2nd Phase Voting विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) के दूसरे चरण के मतदान (Second Phase Voting) में 17 जिलों के 94 विधानसभा क्षेत्रों में पौने तीन करोड़ मतदाताओं ने 1463 प्रत्‍याशियों (Candidates) की किस्‍मत तय कर दी। कोरोना संक्रमण के काल (CoronaVirus Infection Era) में मतदान के दौरान खास बात यह रही कि शहरी इलाकों में सन्‍नाटा पसरा रहा। जबकि, ग्रामीण इलाकों में अधिक वोट पड़े। इस दौरान कोई बड़ी घटना नहीं हुई। अब आगे सात नवंबर को तीसरे चरण की वोटिंग के बाद 10 नवंबर को मतगणना (Counting) होगी। निर्वाचन आयोग (Election Commission) के प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार कुल 54.05 फीसद मतदान हुआ। सर्वाधिक 59.98 फीसद मतदान मुजफ्फरपुर में हुआ। जबकि, राजधानी पटना में न्‍यूनतम 48.23 फीसद मतदान रिकार्ड किया गया।

ग्रामीणों के जज्बे ने अगले दौर के शहरी मतदाताओं को किया प्रेरित

प्रथम गणतंत्र की धरती बिहार में वोटरों ने बता-जता दिया कि संपूर्ण विकास के लिए मतदान जरूरी है। राजनीतिक दलों और गठबंधनों ने प्रचार के दौरान जब विकास और रोजगार के बड़े-बड़े वादे-दावे किए तो वोटरों ने भी बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाई। कोरोना के खतरे के बावजूद 54.05 फीसद मतदान हुआ। ग्रामीणों के जज्बे ने अगले दौर के लिए शहरों के मतदाताओं को प्रेरित भी किया कि लोकतंत्र में प्रजा के अनुकूल राजा चुनने के लिए घरों से निकलकर बूथों तक जाना जरूरी है

कोरोना काल में सुरक्षित मतदान की थी खास तैयारी

कोरोना काल में सुरक्षित मतदान के लिए खास तैयारी की गई थी। बिहार जाति-धर्म के आधार पर वोट के लिए बदनाम रहा है, लेकिन इस बार अधिकतर बूथों पर विकास बनाम वादे पर वोटरों की गोलबंदी साफ-साफ देखी गई। जहां-तहां अतीत और भविष्य के मुद्दे पर भी मतदाता आपस में बहस करते रहे। मतदान के प्रति सुबह से ही युवाओं और महिलाओं में उमंग थी। शहरों के मतदाता सुस्त नजर आए, मगर गांवों के बूथों पर आखिरी वक्त तक लंबी-लंबी कतारें देखी गईं। सबसे ज्यादा मुजफ्फरपुर जिले में मतदान हुआ, जबकि पटना जिले में सबसे कम लोगों ने ही वोट डाले। राजधानी प्रक्षेत्र के अधिकांश वोटर घरों में ही दुबके रह गए।

अब तक 165 सीटों पर मतदान, 2529 उम्मीदवारों की किस्मत तय

243 सदस्यीय बिहार विधानसभा के लिए दो चरणों में अबतक 165 सीटों पर मतदान हो चुके हैं। दोनों चरणों को मिलाकर 2529 उम्मीदवारों की किस्मत तय हो चुकी है। तीसरे और आखिरी चरण में 78 सीटों पर सात नवंबर को मतदान है। नतीजे 10 नवंबर को आने हैं। पहले दो चरणों में मतदाताओं ने जैसा उत्साह दिखाया, उसका संकेत है कि आखिरी चरण में भी मतदान के प्रति उमंग बरकरार रहेगी। निर्वाचन आयोग ने दूसरे चरण में भी आठ सीटों को नक्सल प्रभावित माना था, जहां शाम के चार बजते ही मतदान खत्म हो गया। बाकी 86 सीटों पर छह बजे तक वोट पड़ते रहे।

दांव पर लालू परिवार की प्रतिष्‍ठा, महरथियों की अटकीं सांसें

राजनीतिक रूप से दूसरा चरण बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें महागठबंधन के मुख्यमंत्री प्रत्याशी तेजस्वी यादव राघोपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। लालू परिवार की दूसरी प्रतिष्ठा हसनपुर में फंसी है, जहां तेजप्रताप यादव मैदान में है। इसके अलावा महागठबंधन की ओर से राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) के अब्दुल बारी सिद्दीकी और ललित यादव, कांग्रेस (Congress) के अशोक राम, काली पांडेय, अजित शर्मा और अमिता भूषण की हार-जीत का फैसला होना है। राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की ओर से भी कई महारथी मैदान में हैं। राज्य सरकार के चार मंत्री नंद किशोर यादव, श्रवण कुमार, रामसेवक सिंह और राणा रणधीर के कामकाज और जनता में पैठ का मूल्यांकन इसी चरण में होना है। परसा से चंद्रिका राय भी लड़ रहे हैं। पटना के बांकीपुर से प्लूरल्स पार्टी की अध्यक्ष पुष्पम प्रिया चौधरी भी मैदान में हैं।

शहरों में सन्‍नाटा, गांवों में खूब पड़े वोट

बिहार विधानसभा की दूसरी और सबसे बड़ी लड़ाई में लोकतंत्र के दो चेहरे दिखे। शहरों में वोटर खामोशी की चादर ओढ़े दिखे। छुट्टी के बावजूद लोग घरों से कम निकले। मतदान केंद्रों पर मतदानकर्मी वोटरों का इंतजार करते रहे। इससे उलट, गांवों में लोकतंत्र चहकता रहा। मतदान केंद्रों के बाहर लंबी-लंबी लाइनें दिखीं। महिलाओं ने भी बड़ी संख्या में मतदान में हिस्सा लिया। छिटपुट घटनाओं को छोड़ दें तो दूसरे चरण में 17 जिलों की 94 सीटों पर मतदान शांतिपूर्ण रहा। अब तीसरे और आखिरी चरण में सात नवंबर को 78 सीटों पर मतदान होना है। सभी सीटों की मतगणना एक साथ 10 नवंबर को होगी।

10 नवंबर को होगी सभी 243 सीटों की मतगणना

आगे सात नवंबर को तीसरे चरण का मतदान होगा। इसके बाद विधानसभा की सभी 243 सीटों की मतगणना 10 नवंबर को होगी। उस दिन नतीजे भी सामने आ जाएंगे।

जिलावार मतदान, एक नजर

सर्वाधिक मतदान (फीसद में)

– मुजफ्फरपुर (5 सीटें): 59.98

– बेगूसराय: 58.67

सबसे कम मतदान

– पटना: 48.23

– नालंदा: 51.06

वीआइपी सीटों पर मतदान

– राघोपुर: 54.00

– हसनपुर: 57.00

– पटना साहिब: 50.60

– हथुआ: 55.60

– नालंदा: 51.25

– मधुबन: 61.00

– परसा: 51.00

प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रत्‍याशी, एक नजर

– भारतीय जनता पार्टी: 46

– जनता दल यूनाइटेड: 43

– राष्‍ट्रीय जनता दल: 56

– कांग्रेस: 24

– लोक जनशक्ति पार्टी: 52

– राष्‍ट्रीय लोक समता दल: 36

जिलावार विधानसभा क्षेत्र, एक नजर

– सारण: 10

– पटना: 09

– सिवान: 08

– नालंदा: 07

– बेगूसराय: 07

– पूर्वी चंपारण: 06

– गोपालगंज: 06

– वैशाली: 06

– दरभंगा: 05

– मुजफ्फरपुर: 05

– समस्तीपुर: 05

– भागलपुर: 05

– खगडि़या: 04

– मधुबनी: 04

– सीतामढ़ी: 03

– पश्चिम चंपारण: 03

– शिवहर: 01

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