अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में दंगों की आशंका, हथियारों की खरीद में आई तेजी
न्यूयॉर्क। अमेरिका में हथियारों की ब्रिकी बढ़ने के साथ राष्ट्रपति चुनाव में हिंसा एवं दंगों की आशंका व्यक्त की गई है। चुनाव के पूर्व जिस तरह से अमेरिका में नस्लीय हिंसा पर रिपब्लिकन एवं डेमोक्रेटिक पार्टी के बीच सियासत हुई है, इससे यह आशंका और प्रबल हो गई है। बता दें कि चंद महीने पहले अमेरिका में हुई नस्लीय हिंसा के दौरान जमकर मारकाट और लूटपाट हुई थी।
नस्लीय हिंसा के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी के बीच जमकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला। चुनाव प्रचार के दौरान भी देश में अश्वेत और श्वेत की राजनीति गरम रही। विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी ने राष्ट्रपति ट्रंप को अश्वेत विरोधी करार दिया था और देश में नस्लीय हिंसा के लिए जिम्मेदार माना। उधर, रिपब्लिक पार्टी के उम्मीदवार और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चुनाव परिणाम आने के पूर्व ही इस बात की आशंका जताई कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट भी जा सकता है।
अमेरिका में हथियारों की बिक्री बढ़ी
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के ऐन मौके पर अमेरिका में हथियारों की बिक्री बढ़ने पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि अमेरिका में चुनाव के बीच हथियारों की ब्रिकी में तेजी आई है। उधर, रिटेल स्टोर चेन वॉलमार्ट ने बंदूकों की खरीद पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह अंदेशा है कि चुनाव के नतीजे चाहे जो भी हों, लेकिन अमेरिका में हिंसा होना तय है। सोशल मीडिया, खासकर फेसबुक पर भी चुनाव नतीजों के बाद हिंसा का अनुमान लगाया जा रहा है।
बोले ट्रंप, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव अदालत में जाकर ही खत्म होंगे
उधर, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार की शाम को एक बार फिर मेल बैलेट की प्रकिया पर सवाल उठाया। पेंसिल्वेनिया में मतदान के पूर्व चुनावी नतीजे घोषित किए जाने के मामले में उन्होंने कहा कि यहां घोखाघड़ी की पर्याप्त आशंका है। इस मामले में ट्रंप ने सुप्रीम कोर्ट जाने की संभावना से भी इन्कार नहीं किया। इसके पूर्व भी अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप सुप्रीम कोर्ट की न्यायाधीश रूथ बेडर गिन्सबर्ग की मृत्यु के बाद खाली हुए पद पर चुनाव से पहले नियुक्ति के अपने फैसले का बचाव किया था। इस दौरान उन्होंने संकेत दिया कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव अदालत में जाकर ही खत्म होंगे। ट्रंप ने कहा कि मुझे लगता है कि ये मामला सुप्रीम कोर्ट में खत्म होगा। इसलिए अदालत में नौ न्यायाधीशों का होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से डेमोक्रेट्स घोटाला कर रहे हैं, वह सुप्रीम कोर्ट के सामने होगा। उन्होंने कहा कि मेल से होने वाले मतदान में धोखाधड़ी आसान है।
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