शिया समुदाय पर बढ़ रहे अत्याचार को लेकर भारतीय थिंक टैंक ने पाक के खिलाफ दायर की याचिका
भारतीय थिंक-टैंक ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव और संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अधिकारियों को पाकिस्तान के खिलाफ याचिकाएं भेजी हैं। आरोप है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार किया जाता है और जम्मू-कश्मीर में पाक समर्थित आतंकवादी समूहों द्वारा निर्दोष नागरिकों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या की जाती हैै।
उदयपुर स्थित थिंक टैंक उस्ना फाउंडेशन ने 22 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गटरेस को पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की बिगड़ती स्थिति और अपने अधिकारों के उल्लंघन पर एक याचिका भेजी। पत्र की एक प्रति मानवाधिकार के लिए संयुक्त राष्ट्र के मिशेल बेचेलेट को भी भेजी गई थी।
इस पत्र में पाकिस्तान में शिया समुदाय के अत्याचारों पर ध्यान केंद्रित किया गया, हाल ही में सुन्नी चरमपंथी विरोध मार्च के एक विशेष संदर्भ में ईशनिंदा के लिए शियाओं को मारने की मांग की। 12 सितंबर की याचिका में उल्लेख किया गया था, सुन्नी चरमपंथ से जुड़े प्रदर्शनों सहित हजारों शिया विरोधी प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान के कराची में रैली की। प्रदर्शनकारियों ने सुन्नी के झंडे लहराए और सुन्नी-शक्ति के नारे लगाए।
एक रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान में पिछले पांच सालों में शिया मुसलमानों के खिलाफ हिंसा काफी बढ़ गई है। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में शिया मुसलमानों की हत्या कर दी गई। हत्या करने के बाद हत्यारे खून से ही शियाओं के घर के बाहर शिया काफिर हैं’ भी लिखते हैं। इसके अलावा कई शिया समुदाय के युवा, महिलाएं अभी लापता हैं।
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