ब्रेकिंग
दिल्ली सीमा पर डटे किसानों को हटाने पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, CJI बोले- बात करके पूरा हो सकता है मकसद UP के अगले विधानसभा चुनाव में ओवैसी-केजरीवाल बिगाड़ सकते हैं विपक्ष का गणित सावधान! CM योगी का बदला मिजाज, अब कार से करेंगे किसी भी जिले का औचक निरीक्षण संसद का शीतकालीन सत्र नहीं चलाने पर भड़की प्रियंका गांधी पाक सेना ने राजौरी मे अग्रिम चौकियों पर गोलीबारी की संत बाबा राम सिंह की मौत पर कमलनाथ बोले- पता नहीं मोदी सरकार नींद से कब जागेगी गृह मंत्री के विरोध में उतरे पूर्व सांसद कंकर मुंजारे गिरफ्तार, फर्जी नक्सली मुठभेड़ को लेकर तनाव मोबाइल लूटने आए बदमाश को मेडिकल की छात्रा ने बड़ी बहादुरी से पकड़ा कांग्रेस बोलीं- जुबान पर आ ही गया सच, कमलनाथ सरकार गिराने में देश के PM का ही हाथ EC का कमलनाथ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश, चुनाव में पैसे के गलत इस्तेमाल का आरोप

चीन के ट्वीट पर ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने की माफी की मांग, देश की छवि खराब करने का आरोप

मेलबर्न। कैनबरा और बीजिंग में चल रहे तनाव के बीच ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट बोरिसन (Scott Morrison) ने चीन से माफी की मांग की है। उन्होंने चीनी विदेश मंत्रालय द्वारा किए गए ट्वीट को लेकर यह मांग की है। दरअसल ऑस्ट्रेलियाई सैनिक को लेकर एक ट्वीट चीन की तरफ से किया गया है, जिसमें वह अफगानिस्तान में एक बच्चे की हत्या करता नजर आ रहा है। ऑस्ट्रेलिया का आरोप है कि चीन इस तरह के झूठे ट्वीट करके देश की सेना की छवि को खराब करने की कोशिश कर रहा है।

मॉरिसन ने मांग की है कि चीनी विदेश मंत्रालय इस ट्वीट को हटा दे और माफी मांगे। व्यापार के मुद्दों को लेकर दोनों देशों में चल रहे तनाव के बीच, सोमवार को चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने एक ग्राफिक ट्वीट किया था, जिसमें खून में लथपथ चाकू लिए एक सैनिक मुस्कुराते हुए नजर आ रहा है, और उसने चाकू को बच्चे की गर्दन पर रखा हुआ है। इसके अलावा फोटो में एक मेमना भी है।

इसके साथ झाओ ने लिखा, ‘ऑस्ट्रेलियाई सैनिकों द्वारा अफगान नागरिकों और कैदियों की हत्या से हैरान। हम इस तरह के कृत्यों की कड़ी निंदा करते हैं, और उन्हें जवाबदेह ठहराने का आह्वान करते हैं।’ इसके साथ ही लिखा गया था, ‘डरो मत, हम आपके लिए शांति लाने के लिए आ रहे हैं।’ यह ट्वीट ऑस्ट्रेलिया की तरफ से सेना को लेकर जारी की गई एक रिपोर्ट से संबंधित था।

बता दें कि देश ने 19 नवंबर को युद्ध अपराधों की जांच से संबंधित एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें इस बात के पक्के सुबूत मिले हैं कि ऑस्ट्रेलियाई सैनिकों ने वर्ष 2005 से 2016 के बीच अफगानिस्तान में 39 बंदियों और नागरिकों की हत्या की थी।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.