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Diwali 2020: दिल्ली में इस बार मनेगी स्वदेशी दीपावली, चीन के सामानों का होगा 100 फीसद बहिष्कार

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नई दिल्ली। दिवाली की रोशनी सभी के चेहरे पर मुस्कान बिखेरे, इसे लेकर इस बार स्वदेशी दिवाली मनाने की कई लोग तैयारी कर रहे हैं। नाम के ही अनुरूप स्वदेशी दिवाली में ऐसी किसी वस्तु का इस्तेमाल नहीं करने का लोग संकल्प ले रहे हैं, जो विदेश से आयात किया गया हो। अच्छी बात यह है कि लोग स्वयं संकल्प लेने के साथ साथ दूसरों से भी स्वदेशी दिवाली मनाने का आग्रह कर रहे हैं।

द्वारका निवासी राकेश कुमार बताते हैं कि रोशनी बिखेरने वाली लड़ियां हों या सजावटी सामान, इस बार सभी स्वदेशी उत्पाद का ही इस्तेमाल होगा। मिठाइयों की बात करें तो पिछले कई वर्षों से मिठाइयों की जगह चॉकलेट देने का प्रचलन बढ़ा था। लोग विदेशी ब्रांड के चॉकलेट लोग को बतौर उपहार देते थे। लेकिन इस बार हमारा जोर मिठाइयों पर है। उत्तम नगर निवासी राम सिंह बताते हैं कि मिट्टी के दीये का इस्तेमाल धीरे धीरे कम हो रहा है। लेकिन इस बार हमलोग रोशनी के लिए मिट्टी के दीये का ही इस्तेमाल करेंगे। ऐसा करने का उद्देश्य न सिर्फ स्वदेशी को बढ़ावा देना है बल्कि दिवाली की खुशियों को भी कुंभकार भाईयों से साझा भी करना है। बिजली की लड़ियों के बढ़ रहे इस्तेमाल ने दीये के इस्तेमाल को धीरे धीरे कम कर दिया था। लेकिन यदि हम दीये के इस्तेमाल पर थोड़ा ध्यान दें तो कुंभकारी व्यवस्था में काफी जान आ सकती है।

पिछले करीब एक दशक से दिवाली पर विदेशी वस्तुओं के इस्तेमाल का चलन बढ़ा है। जाहिर सी बात है कि हमने देशी वस्तुओं का इस्तेमाल रोककर ही विदेशी वस्तुओं के चलन को बढ़ावा दिया है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। हम इस बार स्वदेशी दिवाली अपनाने के लिए लोग से आग्रह कर रहे हैं।

पर्व त्योहार ही नहीं दैनिक जीवन में भी लोग को स्वदेशी वस्तुओं के इस्तेमाल पर जोर देना चाहिए। इस बार की दिवाली पूर्ण रूप में स्वदेशी दिवाली के रूप में मनाने का मैंने संकल्प लिया है। अच्छी बात यह है कि इस तरह के संकल्प और भी लोग ले रहे हैं। 

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