केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने दिल्ली के रिकवरी रेट और मृत्युदर पर जताई चिंता
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने दिल्ली में रिकवरी दर और मृत्युदर राष्ट्रीय औसत से अधिक रहने पर चिंता जताई है। दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक में हर्षवर्धन ने दिल्ली में आरटी-पीसीआर की तुलना में रैपिड एंटीजन टेस्ट अधिक किये जाने का मुद्दा भी उठाया।
हर्षवर्धन के अनुसार पूरे देश में कोरोना का औसत रिकवरी रेट 92 फीसद से अधिक पहुंच गया है, लेकिन दिल्ली में रिकवरी रेट 89 फीसद ही है। इसी तरह कोरोना का राष्ट्रीय औसत मृत्युदर 1.49 फीसद है, वहीं यह दिल्ली में 1.71 फीसद है। इसके साथ ही हर्षवर्द्धन ने दिल्ली में कोरोना के टेस्ट में बड़ी खामी की ओर इशारा करते हुए कहा कि यहां 77 फीसद रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जा है, जबकि आरटी-पीसीआर टेस्ट महज 23 फीसद ही हो रहे हैं।
सर्दी-खांसी से पीड़ित सभी व्यक्तियों का किया जाए आरटी-पीसीआर टेस्ट
आरटी-पीसीआर टेस्ट बढ़ाए जाने की जरूरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि रैपिड एंटीजन टेस्ट में फर्जी निगेटिव आने से लेकर लोगों में कोना मुक्त होने का भ्रम हो जाता है और ऐसे लोग कोरोना को ज्यादा फैलाते हैं। उन्होंने कहा कि जरूरत इस बात है कि इंफ्लूएंजा और सर्दी-खांसी से पीड़ित सभी व्यक्तियों का आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाए और रैपिड एंटीजन टेस्ट को सिर्फ कोरोना संक्रमित संपर्क में आए बिना लक्षण वालों लोगों तक ही सीमित रखा गया। हर्षवर्द्धन ने दिल्ली के उत्तर, मध्य, उत्तर-पूर्व, पूर्वी, उत्तर-पश्चिम और दक्षिण-पूर्व जिलों में कोरोना के अधिक पोजेटिविटी रेट पर भी चिंता जताई।
बैठक में केंद्रीय स्वास्थ सचिव राजेश भूषण ने कोरोना के मरीज के संपर्क में आने वाले सभी व्यक्तियों की 72 घंटे की भीतर पहचान कर आइसोलेशन में पहुंचाने की जरूरत बताई। ध्यान देने की बात है कि पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में कोरोना के संक्रमित नए मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है और यह नए पीक पर पहुंच गया है।
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