ब्रेकिंग
दिल्ली सीमा पर डटे किसानों को हटाने पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, CJI बोले- बात करके पूरा हो सकता है मकसद UP के अगले विधानसभा चुनाव में ओवैसी-केजरीवाल बिगाड़ सकते हैं विपक्ष का गणित सावधान! CM योगी का बदला मिजाज, अब कार से करेंगे किसी भी जिले का औचक निरीक्षण संसद का शीतकालीन सत्र नहीं चलाने पर भड़की प्रियंका गांधी पाक सेना ने राजौरी मे अग्रिम चौकियों पर गोलीबारी की संत बाबा राम सिंह की मौत पर कमलनाथ बोले- पता नहीं मोदी सरकार नींद से कब जागेगी गृह मंत्री के विरोध में उतरे पूर्व सांसद कंकर मुंजारे गिरफ्तार, फर्जी नक्सली मुठभेड़ को लेकर तनाव मोबाइल लूटने आए बदमाश को मेडिकल की छात्रा ने बड़ी बहादुरी से पकड़ा कांग्रेस बोलीं- जुबान पर आ ही गया सच, कमलनाथ सरकार गिराने में देश के PM का ही हाथ EC का कमलनाथ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश, चुनाव में पैसे के गलत इस्तेमाल का आरोप

MP उपचुनाव में चुन्नू-मुन्नू के बाद आई रावण की राजनीति, सज्जन बोले- विजयवर्गीय का मुंह डरावने रावण जैसा

देवास: चुनाव में विरोधी सुर और बयानबाजी तो आपने देखी ही होगी, लेकिन जो अब मध्यप्रदेश में हो रहा है, शायद ये आपने पहले कभी नहीं देखा होगा। यहां पक्ष-विपक्ष के नेता एक दूसरे को चिढ़ा कर राजनीति कर रहे हैं। कोई किसी को चुन्नू-मुन्नू कह रहा है, तो कोई किसी को रावण कह रहा है। छोटे बच्चों की तरह नाम चिढ़ाकर लड़ने वाले ये नेता कोई छोटे-मोटे नेता नहीं हैं। एक बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय हैं तो दूसरे है वरिष्ठ कांग्रेस नेता औऱ पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा।

दरअसल पहले बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को चुन्नू मुन्नू कहते हैं, और बाद में जब इनसे इस बयान का स्पष्टिकरण मांगा गया तो उन्होंने कहा कि, वे दिग्विजय सिंह और कमलनाथ से प्यार करते हैं। दोनों बहुत प्यारे इंसान हैं। इसलिए उन्होंने इन दोनों को चुन्नू-मुन्नू कहा। वहीं जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा से इस विषय पर बात की गई तो वे दो कदम औऱ आगे निकले औऱ कैलाश विजयवर्गीय की तुलना रावण से कर डाली। कैलाश विजयवर्गीय पर निशाना साधते हुए सज्जन सिंह ने कहा कि दशहरा आते आते कैलाश का मुंह रावण की तरह हो जाता है, और नाक पकोड़े की तरह हो जाती है। इसके बाद पंजाब केसरी के संवाददाता एहतेशाम कुरेशी ने सज्जन सिंह से कहा कि कैलाश ने कहा है कि उन्होंने ने कमलनाथ औऱ दिग्विजय को प्यार से चुन्नू मुन्नू कहा था, तो सज्जन सिंह वर्मा ने भी यह कहने में देरी नहीं लगाई, कि मैंने भी कैलाश को प्यार से ही रावण कहा है।

अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि मध्यप्रदेश का उपचुनाव किस मोड़ पर आ चुका है। दोनों नेताओं के बयान सुनकर तो यही लगता है कि ये जनता के मुद्दे भूल चुके हैं, और खुद बच्चों की तरह एक दूसरे से लड़ रहे हैं। मध्यप्रदेश में जल्द ही उपचुनाव हैं। दोनों पार्टियों के वरिष्ठ नेता जी-तोड़ मेहनत कर रहे हैं। कि उपचुनाव में जीत मिल जाए। हालांकि देखना होगा कि जीत का सेहरा किसके सिर सजता है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.