मोदी ने बतौर सरकार के मुखिया 20वें साल में प्रवेश किया
नई दिल्ली। सरकार के मुखिया के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को बीसवें साल में प्रवेश करेंगे। दरअसल वे पहले ऐसे राजनेता हैं जो लगातार राज्य के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री रहते हुए दूसरा दशक पूरा करने वाले हैं। 7 अक्टूबर 2001 में उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी तब संभाली थी जब प्रदेश मुश्किल हालात से गुजर रहा था। तब से वे लगातार चौदह साल तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे और उसके बाद से प्रधानमंत्री रहते हुए सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं।
भारतीय राजनीति में यूं तो ऐसे कई नेता है जो लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे या फिर प्रधानमंत्री रहे लेकिन राज्य और केंद्र दोनों स्तर पर अपने बल पर पार्टी को जीत दिलाने और सोच से विकास की रेखा खींचने वाले नेताओं में वे पहले नंबर पर आ गए हैं। गुजरात में उनके नेतृत्व और पूरे भारत में उनकी लोकप्रियता के आधार पर ही भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें 2013 में प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया। उसके बाद लगातार दूसरी बार उन्होंने भाजपा को केंद्र में प्रचंड जीत दिलाई।
मोदी के बारे में एक दिलचस्प तथ्य यह है कि वह पहली बार विधायक के रूप में गुजरात के मुख्यमंत्री बने। इसी तरह वह पहली बार सांसद के रूप में सीधे भारत के प्रधान मंत्री बने। भाजपा की बहुमत से जीत के लिये मोदी को श्रेय दिया जाता है। नरेंद्र मोदी ने पहली बार 26 मई 2014 को भारत के प्रधान मंत्री के रूप में शपथ ली थी। लोकसभा चुनाव 2019 में 2014 लोकसभा चुनाव से भी बड़ी जीत हासिल करने के बाद 30 मई 2019 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोबारा प्रधानमंत्री पद की शपथ ली।
पीएम मोदी के दूसरी बार शपथ समारोह काफी भव्य था, क्योंकि इस बार बिम्सटेक देशों के सभी नेताओं के साथ-साथ करीब 8 हजार बड़ी हस्तियां उपस्थित थी। इसमें कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष, राज्यों के मुख्यमंत्री, राज्यपाल, फिल्मी सितारे, खिलाड़ी और राजनेता शामिल थे।
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