गैंगरेप पीड़िता की मौत सुनकर गुस्से से लाल हुए पवन जल्लाद, कहा-6 महीने में हो सजा, मैं दूंगा फांसी
लखनऊ: हाथरस की गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद यूपी सरकार और यूपी पुलिस का बेशर्म चेहरा देखने को मिला। बेटी के शव को देखने के लिए परिजन रोते-चिल्लाते रहे लेकिन बेदर्द पुलिस को उनपर जरा भी तरस नहीं आया। मानवता की सारी हदें पार करते हुए पुलिस कर्मियों ने रात 2.45 पर अंतिम संस्कार कर दिया। यूपी सरकार और यूपी पुलिस के रवैये पर देशभर में आक्रोश है।
पीड़िता के संग हुई दरिंदगी की दस्तां निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाने वाले पवन जल्लाद के कानों तक भी पहुंच गई है। पीड़िता का हाल सुन पवन जल्लाद बेहद नाराज हैं। गुस्सा इतना कि पवन हाथ की बांहे फुलाते हुए कहते हैं कि अभी इन हाथों में बहुत जान है। ऊपर वाले ने चाहा तो इन चारों को भी अंजाम तक पहुंचाऊंगा। मौका मिले तो मैं आज ही इनके लिए फंदा तैयार कर सकता हूं। उस लड़की की मां से मेरा वादा है कि मैं इस हालात में हमेशा उसके साथ हूं।
पवन जल्लाद ने कहा, ‘मैं जब निर्भया के दोषियों को फांसी दे रहा था तो मुझे अहसास था कि इसे पूरा देश देख रहा है। जो खुरापाती युवा हैं वो भी देख-सुन रहे होंगे। शायद इसे देखने के बाद अब कोई और युवा ऐसे कांड को अंजाम नहीं देगा। लेकिन जब मैंने हाथरस गैंगरेप केस की इस पीड़िता की मौत की खबर सुनी तो अहसास हुआ कि ऐसे लोग कभी नहीं सुधरेंगे।
पवन जल्लाद ने अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए कहा है, निर्भया केस को मैंने बारीकी से देखा है। कैसे केस को एक-एक पल के लिए खींचकर उसे लंबा किया गया। दोषियों को राहत पहुंचाने की कोशिश की गई। लेकिन मेरा अब सरकार और पुलिस-प्रशासन से अनुरोध है कि इस हाथरस गैंगरेप केस को फॉस्ट ट्रैक कोर्ट में चलाएं। ज्य़ादा से ज्य़ादा 6 महीने में हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी कर आरोपियों को सजा दें और मुझे फांसी देने का मौका दें। जिससे बुरा करने वालों को फांसी देकर मुझे सुकून मिले।
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