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कंप्यूटर बाबा के केस में राजनीति शुरू, कांग्रेस नेता ने शिवराज चौहान पर लगाए आरोप

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इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में जिला प्रशासन के निशाने पर आए कंप्यूटर बाबा के केस में राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता और राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की व्यक्तिगत नाराजगी के चलते बाबा पर कार्रवाई हो रही है। तन्खा के ट्वीट के बाद कांग्रेस के अन्य नेताओं ने प्रशासन की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित करार दे दिया है। कांग्रेस नेताओं के मुताबिक, न्यायालय के दखल के बावजूद बाबा की जमानत में प्रशासन मुख्यमंत्री के व्यक्तिगत कारण की वजह से रोड़े अटका रहा है।

तन्खा ने ट्वीट किया कि कंप्यूटर बाबा को उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ ने राहत दी। क्या कोई व्यक्तिगत कारण से शिवराजसिंह चौहान उनसे बहुत नाराज हैं? तन्खा ने आगे यह भी लिखा कि बाबा और उनके शिष्यों को चिह्नित कर नोटिस देने के साथ अन्य तरह की कार्रवाई की जा रही है। चौहान पर सवाल दागते हुए तन्खा ने पूछ भी लिया कि मुख्यमंत्रीजी क्या यही राज धर्म है?

तन्खा के ट्वीट बाद कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी सरकार की कार्रवाई को बदले की भावना से प्रेरित बताया। कयास लगाए जा रहे हैं कि बाबा के मामले में पैरवी करने के लिए तन्खा जल्द न्यायालय में भी उतर सकते हैं। बीते दिनों में मप्र उच्च न्यायालय की पीठों में कई बार तन्खा वकील के रूप में ऐसे तमाम मामलों में पैरवी करते नजर भी आए हैं, जिनमें एक पक्ष सरकार रही है या कांग्रेस से जुड़े लोग प्रभावित रहे हैं।

रिहाई नहीं होने पर कांग्रेस पर उठ रहे सवाल

कांग्रेस नेता भी अब बाबा की रिहाई को पार्टी की नाक के सवाल से जोड़कर देख रहे हैं। बीते विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए खुलकर प्रचार करने वाले कंप्यूटर बाबा की रिहाई नहीं होने पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि कांग्रेस संगठन अपने लोगों की मदद के लिए भी दबाव नहीं बना पाता। कांग्रेस के इंदौर शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने कहा कि उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद भी बाबा को छोड़ा नहीं गया। उनकी जमानत में बाधाएं डाली जा रही हैं। जमानत के लिए बैंक गारंटी प्रस्तुत करने के लिए पहुंचे शख्स को बाद में नगर निगम से नोटिस भी दिलवा दिया गया। इससे साफ है कि कार्रवाई न्याय के सिद्धांत और नियमों पर नहीं बल्कि किसी व्यक्तिगत नाराजगी के चलते की जा रही है।

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