ब्रेकिंग
दिल्ली सीमा पर डटे किसानों को हटाने पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, CJI बोले- बात करके पूरा हो सकता है मकसद UP के अगले विधानसभा चुनाव में ओवैसी-केजरीवाल बिगाड़ सकते हैं विपक्ष का गणित सावधान! CM योगी का बदला मिजाज, अब कार से करेंगे किसी भी जिले का औचक निरीक्षण संसद का शीतकालीन सत्र नहीं चलाने पर भड़की प्रियंका गांधी पाक सेना ने राजौरी मे अग्रिम चौकियों पर गोलीबारी की संत बाबा राम सिंह की मौत पर कमलनाथ बोले- पता नहीं मोदी सरकार नींद से कब जागेगी गृह मंत्री के विरोध में उतरे पूर्व सांसद कंकर मुंजारे गिरफ्तार, फर्जी नक्सली मुठभेड़ को लेकर तनाव मोबाइल लूटने आए बदमाश को मेडिकल की छात्रा ने बड़ी बहादुरी से पकड़ा कांग्रेस बोलीं- जुबान पर आ ही गया सच, कमलनाथ सरकार गिराने में देश के PM का ही हाथ EC का कमलनाथ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश, चुनाव में पैसे के गलत इस्तेमाल का आरोप

कोरोना वैक्सीन पर पीएम मोदी के वादे की डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने की तारीफ, कहा- शुक्रिया !

न्यूयॉर्क। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख ट्रेडॉस अदनोम घेब्रेयसस(Tredos Adnom Ghebreyas) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस आश्वासन की सराहना की कि भारत कोविड-19 से लड़ रहे देशों की मदद के लिए अपनी टीका उत्पादन क्षमता का इस्तेमाल करेगा। घेब्रेयसस ने कहा कि इस महामारी को केवल संसाधनों के आदान-प्रदान के जरिये ही हराया जा सकता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र में अपने संबोधन में कहा था, ‘टीका उत्पादन में भारत के सबसे बड़ा देश होने के नाते, मैं आज विश्व समुदाय को एक और आश्वासन देता हूं। भारत की टीका उत्पादन और आपूर्ति की क्षमता का इस्तेमाल इस संकट से लड़ाई में पूरी मानवता की मदद के लिए किया जाएगा।’

मोदी ने यह भी कहा था कि महामारी के मुश्किल समय में भी भारत की फार्मा इंडस्ट्री ने 150 देशों को दवाइयां भेजी हैं। इस संदर्भ में डब्ल्यूएचओ के प्रमुख ने ट्वीट में कहा, ‘एकजुटता की प्रतिबद्धता दिखाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आपका शुक्रिया। अपनी क्षमताओं और संसाधनों के आदान-प्रदान के जरिये ही इस महामारी को मात दी जा सकती है।’

संयुक्त राष्ट्र की एक शीर्ष अधिकारी मेलिसा फ्लेमिंग ने भी कहा कि मोदी का आश्वासन दुनिया के लिए एक अच्छी खबर है। ऐसा इसलिए कि संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने पिछले हफ्ते अपने संबोधन में इस बात पर चिंता जताई थी कि कुछ देश सिर्फ अपने नागरिकों के लिए वैक्सीन की जुगत में लगे हुए हैं। यह सोच गलत है। हम में से कोई भी सुरक्षित नहीं है, जब तक कि हम सब सुरक्षित नहीं हैं।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.