सिंघु बॉर्डर में केजरीवाल, बोले-किसानों का मुद्दा और संघर्ष बिल्कुल जायज
केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा आठ दिसंबर को किये गए ‘भारत बंद’ के आह्वान को विपक्षी दलों समेत कई क्षेत्रीय संगठनों का समर्थन मिल रहा है। आम आदमी पार्टी (आप) ने भी किसानों का साथ देते हुए सभी नागरिकों से अपनी भागीदारी देने की अपील की है। अब इसी कड़ी में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सिंघु बॉर्डर पहुंचकर किसानों का हालचाल जाना। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम किसानों की सभी मांगों का समर्थन करते हैं। किसानों का मुद्दा और संघर्ष बिल्कुल जायज़ है।
किसानों से की बातचीत
रविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और दिल्ली सरकार के अन्य मंत्रियों ने सिंघु बॉर्डर के पास गुरु तेग बहादुर मेमोरियल में किसानों से मुलाकात की और उनके लिए की गई व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया। केजरीवाल के साथ बातचीत करने के बाद वह बोले कि शुरू-शुरू में जब किसान बॉर्डर पर आए थे तो केंद्र सरकार, दिल्ली पुलिस ने हमसे दिल्ली के 9 स्टेडियम को जेल बनाने की इजाजत मांगी थी। उस समय मेरे ऊपर बहुत दबाव डाला गया। उनकी पूरी योजना थी कि किसानों को दिल्ली आने देंगे और फिर उन्हें पकड़कर स्टेडियम में डाल देंगे और वो वहां पड़े रहेंगे।
सभी देशवासी किसानों का करें समर्थन: केजरीवाल
केजरीवाल ने रविवार को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का समर्थन करने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि आम आदमी पार्टी आठ दिसंबर को किसानों के ‘भारत बंद’ के आह्वान का पूरी तरह समर्थन करती है। देशभर में आप कार्यकर्ता शांतिपूर्ण तरीके से इसका समर्थन करेंगे। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर लिखा कि सभी देशवासियों से अपील है कि सभी को किसानों का समर्थन करना चाहिए और इसमें भाग लेना चाहिए।आप नेता और दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि सभी कार्यकर्ता किसानों के समर्थन में बंद में भाग लेंगे। राय ने एक वीडियो संदेश में कहा कि यह केवल किसानों की नहीं बल्कि सभी देशवासियों की लड़ाई है। भारत एक कृषि प्रधान देश है और यदि किसान अप्रसन्न हैं तो देश पर भी इसका असर पड़ता है। मैं सभी से प्रदर्शन में शामिल होने की अपील करता हूं।
विपक्षी दलों ने भी किसानों को दिया समर्थन
इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के प्रमुख एम के स्टालिन तथा गुपकर घोषणापत्र गठबंधन (पीएजीडी) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला समेत प्रमुख विपक्षी नेताओं ने रविवार को एक संयुक्त बयान जारी कर किसान संगठनों द्वारा बुलाये गये ‘भारत बंद’ का समर्थन किया और केंद्र पर प्रदर्शनकारियों की वैध मांगों को मानने के लिये दबाव बनाया।
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