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नेता प्रतिपक्ष को लेकर कमलनाथ वर्सेस दिग्विजय ! खुलकर सामने आई तकरार…पूरा विश्लेषण

भोपाल: प्रदेश की सियासत बहुत कुछ या यूं कहें, कि सबकुछ गंवाने के बाद भी कांग्रेस अपनी गलतियों से कोई सीख नहीं ले रही और  गाहे बगाहे उसके भीतर क्षत्रपों का प्रभाव कम होने का एक तकरार के तौर पर सामने आ ही जाता है। फिलहाल जिस मामले को लेकर कांग्रेस में सिर फटौव्वल मची हुई है, वह है नेता प्रतिपक्ष का पद। दरअसल चौतरफा फजीहत और सवाल उठने के बाद कमलनाथ ने नेता प्रतिपक्ष पद छोड़ने का मन बना लिया है। हालांकि हाईकमान की मर्जी के मुताबिक प्रदेश में फ्री हैंड उनके पास ही रहेगी, लेकिन फिर भी अपने पसंद का नेता प्रतिपक्ष बनाने में उन्हें कई जतन करने पड़ रहे हैं। और इस पद के सबसे मजबूत दावेदारों को साइडलाइन करना उनके लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है, ये वो दावेदार हैं जिन्हें दिग्विजय सिंह का काफी करीबी माना जाता है। नेता प्रतिपक्ष की इसी दावेदारी को लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस में कमलनाथ और दिग्विजय खेमा खुलकर एक दूसरे के खिलाफ राजनीतिक कवायदें करता नजर आ रहा है।

गोविंद सिंह को साइडलाइन करने की कोशिश !
मेहगांव विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत कटारे की हार के बाद कांग्रेस का एक धड़ा खुलकर डॉ. गोविंद सिंह पर हमला बोल रहा है। यहां तक की कांग्रेस जिलाध्यक्ष ही उन पर बीजेपी की तरफ से बूथ कैप्चरिंग का आरोप तक लगा रहे हैं। यहां गौर करने वाली बात यह है, कि गोविंद सिंह इस समय कांग्रेस में सबसे मजबूत नेता प्रतिपक्ष के दावेदार है। राजनीतिक जानकारों की मानें, तो यह आरोप उनकी छवि प्रभावित करने के साथ उन्हें नेता प्रतिपक्ष की दौड़ से बाहर करने की साजिश है, जो अगर सफल होती है तो दिग्विजय खेमे का यह नेता खुद व खुद इस पद की दावेदारी से बाहर हो जाएगा। हालांकि माहौल को भांपते हुए दिग्विजय सिंह ने भी अपनी चाल चली है, और उनके इशारे के बाद अजय सिंह एक्टिव हो गए हैं। लेकिन चूंकी एक दफा वह पहले भी यह पद संभाल चुके हैं, इसलिए नाथ खेमे के लिए उन्हें साइडलाइन करना कोई बड़ी बात नहीं होगी।

नाथ की कोशिश, इन चेहरों में से बनें नेता प्रतिपक्ष
चूकीं कांग्रेस में इस वक्त नाथ खेमे के विधायकों की संख्या ज्यादा है, ऐसे में नेता प्रतिपक्ष पद के लिए उनका दावा काफी मजबूत है। लेकिन उनके पसंदीदा चेहरे में विजय लक्ष्मी साधौ हैं, अगर साधौ के नाम पर दाल नहीं गल पाती तो बाला बच्चन नाथ खेमे के दूसरे प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं, जो कमलनाथ के नजदीकी होने के साथ आदिवासी चेहरे भी हैं। इसके अलावा सज्जन सिंह वर्मा भी इस पद के लिए मुफीद मटेरियल माने जा रहे हैं।

कुछ और नेता भी दावेदारों की लिस्ट में
दिग्विजय और नाथ खेमे के अलावा कई और नेताओं को भी नेता प्रतिपक्ष के दावेदार के तौर पर देखा जा रहा है। जिनमें पीसी शर्मा, जीतू पटवारी और उमंग सिंघार का नाम शामिल हैं, चूंकी इस वक्त कांग्रेस हाईकमान प्रदेश के मामलों में बहुत ज्यादा हस्तक्षेप नहीं कर रहा, ऐसे में माना जा रहा है, कि सिर्फ दिग्विजय या नाथ खेमा ही यहां पर प्रभाव दिखा सकता है, और जिन नेताओं का कोई सरपरस्त नहीं है, उनका नेता प्रतिपक्ष बनना काफी मुश्किल होगा।

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