ब्रेकिंग
दिल्ली सीमा पर डटे किसानों को हटाने पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, CJI बोले- बात करके पूरा हो सकता है मकसद UP के अगले विधानसभा चुनाव में ओवैसी-केजरीवाल बिगाड़ सकते हैं विपक्ष का गणित सावधान! CM योगी का बदला मिजाज, अब कार से करेंगे किसी भी जिले का औचक निरीक्षण संसद का शीतकालीन सत्र नहीं चलाने पर भड़की प्रियंका गांधी पाक सेना ने राजौरी मे अग्रिम चौकियों पर गोलीबारी की संत बाबा राम सिंह की मौत पर कमलनाथ बोले- पता नहीं मोदी सरकार नींद से कब जागेगी गृह मंत्री के विरोध में उतरे पूर्व सांसद कंकर मुंजारे गिरफ्तार, फर्जी नक्सली मुठभेड़ को लेकर तनाव मोबाइल लूटने आए बदमाश को मेडिकल की छात्रा ने बड़ी बहादुरी से पकड़ा कांग्रेस बोलीं- जुबान पर आ ही गया सच, कमलनाथ सरकार गिराने में देश के PM का ही हाथ EC का कमलनाथ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश, चुनाव में पैसे के गलत इस्तेमाल का आरोप

संत बाबा राम सिंह की मौत पर कमलनाथ बोले- पता नहीं मोदी सरकार नींद से कब जागेगी

भोपाल: दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर (सिंघु बार्डर) पर किसानों के धरने में शामिल संत बाबा राम सिंह के निधन पर मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने शोक संवेदनाएं व्यक्त की है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने केंद्र सरकार पर निशाना साधचे हुए कहा कि कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों में से अब तक बहुत से किसानों ने दम तोड़ दिया लेकिन केंद्र गहरी नींद में सोया है। पता नहीं मोदी सरकार की नींद कब खुलेगी।

PunjabKesari

पूर्व सीएम ने ट्वीट में बाबा के प्रति शोक संवेदनाएं प्रकट करते हुए लिखा कि उन्होंने दुखी होते हुए अपनी जान दे दी। परिवार के प्रति शोक संवेदनाएं। पता नहीं केन्द्र की मोदी सरकार कब नींद से जागेगी , किसान विरोधी इन काले क़ानूनों को कब वापस लेगी ? दिल्ली की सीमा पर पिछले 21 दिनों से तीन कृषि क़ानूनों के विरोध में चल रहे किसानो के प्रदर्शन में अभी तक कई किसान अपनी जान गंवा बैठे है। संत बाबा राम सिंह जी नानकसर सिंगरा वालों की किसानो के समर्थन में ख़ुदकुशी की ख़बर बेहद दुखद है।

आपको बता दें कि दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर (सिंघु बार्डर) पर किसानों के धरने में शामिल संत बाबा राम सिंह ने बुधवार को खुद को गोली मारकर आत्महत्या की है। बाबा राम सिंह करनाल के रहने वाले थे। उनका एक सुसाइड नोट भी सामने आया है। बाबा ने सुसाइड नोट में लिखा है क‌ि किसानों के समर्थन में कोई पदक वापस कर रहा है तो कोई अवार्ड, मैं अपना बलिदान दे रहा हूं..। वही बाबा की मौत पर सिंघु बार्डर से लेकर दिल्ली. पंजाब तक हड़कंप मच गया है। उनके अनुयायियों का कहना है कि बाबा की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।  ये सुसाइड नहीं है ये कुर्बानी है  इसके खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.